Thursday, November 23, 2017

Satopant Swargarohini Yatra-11 स्वर्ग की सीढियां चढने की चाहत-11

(ग्यारहवां दिन) 17 सितम्बर 2017 (रविवार) (दोपहर 2.15)
पुलिस रेस्ट हाउस ऋषिकेश

आज की सुबह गंगा स्नान से हुई। पुलिस रेस्ट हाउस गंगा किनारे पर है। यह राम झूले के नजदीक है। सुबह गंगास्नान के बाद कमरे में आए,तभी एसडीआरएफ के एसआई कवीन्द्र सजवान ने आकर बताया कि राफ्टिंग की व्यवस्था हो रही है। एकाध घण्टे बाद आप राफ्टिंग के लिए जा सकेंगे।
हम सभी लोग चोटीवाला रेस्टोरेन्ट में पंहुचे। यहां आलू पराठे का तगडा नाश्ता किया। तभी एसआई सजवान का फोन आ गया कि तैयारी हो गई है। हम लोग आरएच लौटे। राफ्टिंग के हिसाब से सभी ने कपडे पहने। मुझे आई ने वचनबध्द कर लिया था कि तू गंगा में नहीं उतरेगा। नतीजा यह हुआ कि सबसे ज्यादा इच्छा होने के बावजूद मैं मन मारकर बाहर ही रहा। संतोष जी ने पहले ही इंकार कर दिया था। अब महेश जी,दशरथ जी,आशुतोष,प्रकाश और अनिल ये पांचो राफ्टिंग के लिए जाने वाले थे। हम अपनी गाडी में और एसडीआरएफ की टीम अलग गाडी में आरएच से चले। करीब बीस किमी आगे जाकर ब्रम्हपुरी से नीचे नदी के किनारे पर उतरे। यहां गंगा प्रचण्ड वेग से बह रही थी। लहरें खतरनाक शोर मचा रही थी। राफ्ट को निकाल कर उसमें हवा भरी गई। मैं हर सीन का विडीयो बना रहा था। पांच हमारे साथी,पांच एसडीआरएफ के जवान दस लोगों की टीम राफ्ट लेकर निकली। अभी राफ्ट पचास मीटर ही चली होगी कि अचानक लहरों में फंस कर पलटी खा गई।  राफ्ट को पलटता देख एसआई सजवान तेजी से गाडी लेकर वहां से निकले। मैं और संतोष जी अपनी गाडी लेकर आराम से निकले। आरएच पहुंच कर गाडी पार्क की। थोडी देर बाद मैने एसआई सजवान को फोन लगाया तो उ्होने बताया कि राफ्ट पलट गई थी,लेकिन सारे लोग सकुशल है और राफ्टिंग कर रहे हैं। हम आर एच पर सभी की प्रतीक्षा करने लगे। एसआई सजवान भी यहीं आ गए थे। करीब एक बजे राम झूले के नजदीक राफ्ट नजर आई। अधिकांश लोग राफ्ट से बाहर गंगा की लहरों का आनन्द ले रहे थे। आरएच से थोडी दूर जाकर सभी लोग राफ्ट से हंसते मुस्कुराते बाहर आए। आरएच पर आकर अब सभी लोग अपने अनुभव सुना रहे हैं। दशरथ जी कह रहे हैं एक मिनट के लिए लगा,सबकुछ खत्म हो गया है। आशुतोष और अनिल भी उस घटना का वर्णन कर रहे है। महेश जी और प्रकाश अपना अनुभव सुना रहे है। करीब एक घण्टे तक राफ्टिंग के इस बेहद रोमांचक अनुभवों का मजा लेते रहे।
 अभी आईजी सा. का मैसेज आ गया कि हमें मसूरी पंहुचना है। मसूरी यहां से ढाई घण्टे का रास्ता है। अब निकलने की तैयारी कर रहे है।
बारहवां दिन की यात्रा पढने के लिए यहां क्लिक करें


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