Thursday, June 25, 2020

चीन से सीमा विवाद और मोदी के अंध विरोधियों का विधवा विलाप

-तुषार कोठारी

स्वतंत्र भारत के इतिहास में शायद नरेन्द्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री है जिन्हे देश में सर्वाधिक प्रेम और सर्वाधिक घृणा दोनों ही मिले हैैं। उनके समर्थकों की तादाद लगातार बढती रही,तो उनके विरोधियों की घृणा भी उसी परिमाण में बढी। हांलाकि विरोधियों की संख्या लगातार कम होती जा रही है,लेकिन उनकी घृणा जरुर बढती जा रही है। विरोध जताने वाले,मोदी के समर्थकों को तो अंधभक्त कहते रहे,लेकिन विरोध करते करते वे स्वयं कब अंध विरोधी हो गए उन्हे पता ही नहीं चला। चीन से चल रहे सीमा विवाद में भी यही तथ्य सामने आ रहे हैैं।

Monday, June 8, 2020

गांधीसागर बर्ड्स सर्वे-3

चट्टानों पर आराम फरमाता घडियाल

प्रारम्भ से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें


2 फरवरी 2020

सुबह करीब छ: बजे उठे और सात बजे तक गांधीसागर में 8 न. पर स्थित एफआरओ के निवास परिसर में पंहुच गए। राजेश यहीं रुका हुआ था। बोटिंग के लिए यहीं से जाना था। वन विभाग ने करीब पन्द्रह लोगों को बोटिंग कराने की व्यवस्था की थी,ताकि जलीय पक्षियों को भी गिना जा सके। मछली पकडने वाली एक मोटर बोट में सारे बर्ड वाचर्स सवार हुए। यह बोट बांध के नजदीक से चली तो चौरासी गढ तक पंहुची।

गांधीसागर बर्ड्स सर्वे-2

तालाब पर परिन्दों की फोटोग्राफी

प्रारम्भ से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें



1 फरवरी दोपहर 3.45
बेसला कैम्प,गांधीसागर
इस वक्त हम बेसला के वन चौकी परिक्षेत्र सहायक के घर पर रुके हुए हैं और शाम की बर्ड्स वाचिंग के लिए जाने को तैयार है। हमारे दो साथी आशुतोष पण्डित जी स्नान कर चुके है और प्रत्यूष स्नान करने गया हुआ है। दोनो ही उज्जैन के हैं और फोटोग्राफर है। आशुतोष जी बर्डिंग करते हैं और उन्हे इस विषय का अच्छा ज्ञान है।
आज की सुबह मैं साढे छ: पर उठ गया था। जहां हम रुके हैं वहां टायलेट बना हुआ है,लेकिन दरवाजे ठीक से नहीं लगते। हमें कोई फर्क नहीं पडता।

गांधीसागर बर्ड्स सर्वे-1

गांधीसागर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में परिन्दों के साथ गुजारे वो दो दिन


(31 जनवरी 2020 से 2 फरवरी 2020) गांधीसागर अभ्यारण्य

01 फरवरी 2020 शनिवार (रात 11.30)
बेसला कैम्प(रामपुरा के समीप)
इस वक्त हम,मैं और अनिल गांधीसागर बांध से 25 किमी पहले रामपुरा से 13 किमी आगे,बैसला गांव में वन विभाग के डिप्टी रेंजर के सरकारी निवास पर रुके हुए हैं। इस वक्त हम अनिल की नई गाडी के भीतर बैठे है। मैं अगली सीट पर बैठ कर डायरी लिख रहा हूं,अनिल पिछली सीट पर बैठ कर बातें कर रहा हैं। बातचीत करने के बाद अब मैं डायरी लिख रहा हूं।
 हमारी यह यात्रा करीब दो महीने पहले तय हो गई थी,जब राजेश घोटीकर ने गांधीसागर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में बर्ड्स सर्वे होने की जानकारी दी थी। मैने तो हाथोहाथ रजिस्ट्रेशन करवा लिया था।

अयोध्या-3 /रामलला की अद्भुत श्रृंगार आरती

(प्रारम्भ से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे )  12 मार्च 2024 मंगलवार (रात्रि 9.45)  साबरमती एक्सप्रेस कोच न. ए-2-43   अयोध्या की यात्रा अब समाप्...