Thursday, June 9, 2016
Monday, May 30, 2016
Thursday, May 26, 2016
Jawaharlal Nehru- Hero of Country or ............? जवाहरलाल नेहरु-देश के नायक या......?
-तुषार कोठारी
देश आज जिन समस्याओं से जूझ रहा है,उनमें से अधिकांश भारत की आजादी के समय की है। कश्मीर पर भारत अरबों खरबों रुपए फूंक चुका है,फिर भी आतंकवादी हमलों का खतरा बरकरार है। पडोसी देश चीन का खतरा बरकरार है। चीन के मुकाबले हम बेहद कमजोर है। संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में हमारा कोई जोर नहीं है। भारत की 62 हजार वर्गमील जमीन पर चीन का अवैध कब्जा है। हमारा पडोसी नन्हा देश तिब्बत चीन के अत्याचार झेलने को बाध्य है। हर साल कई तिब्बती अपनी स्वाधीनता के लिए बलिदान दे रहे हैं। इन सारी समस्याओं की शुरुआत भारत की आजादी के तुरंत बाद हुई थी। उस समय देश के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु थे।
Wednesday, May 25, 2016
यात्रा वृत्तान्त - 22 सांप,मेंढक और कुत्तों के मांस का बाजार,महिलाएं करती हैं व्यापार
(नागालैण्ड और मणिपुर यात्रा 6 जनवरी से 20 जनवरी 2016)
उत्तर पूर्वी राज्यों की यात्रा का यह तीसरा मौका था। इस बार की यात्रा में हमने अरुणाचल के दूरस्थ क्षेत्रों,अनीनी की दिशा में जाने की योजना बनाई थी। साथ ही रहस्यमय माने जाने वाले नागालैण्ड व मणिपुर को भी इस यात्रा में जोडा था। पिछली अरुणाचल तवांग यात्रा के अनुभवों से सबक लेते हुए इस बार हम पर्याप्त समय लेकर चले थे,ताकि गडबड ना हो। हम २१ जनवरी की सुबह लौटे। इस यात्रा में हम केवल तीन व्यक्ति शामिल थे। मेरे साथ दशरथ पाटीदार व हिमांशु जोशी इस यात्रा में शामिल थे।Saturday, April 16, 2016
Friday, April 15, 2016
Thursday, March 10, 2016
Char Dham Tour यात्रा वृत्तान्त - 21 चार धाम की तीर्थयात्रा
उत्तराखण्ड के चार धाम यानी बद्रीनाथ,केदार नाथ,गंगौत्री और यमुनोत्री। इन्हे छोटे धाम भी कहा जाता है। हिन्दू धर्म के प्रमुख चार धामों में बद्रीनाथ धाम भी एक है। माना यह जाता है कि बद्रीनाथ का धाम पूरा करने के लिए इन चारों स्थानों पर जाना जरुरी है। वैसे चार धामों में उत्तर में बद्रीनाथ,दक्षिण में रामेश्वरम,पूर्व में उडीसा में जगन्नाथ पुरी और पश्चिम में गुजरात में सोमनाथ शामिल है। उत्तराखण्ड के चार धामों की पारिवारिक तीर्थ यात्रा सितम्बर 2015 में पूरी की। इस तीर्थयात्रा में हम पांच मित्र मै,दशरथ जी पाटीदार,आशुतोष नवाल जी,संतोष त्रिपाठी जी और नरेन्द्र शर्मा जी सपत्नीक शामिल थे।
Monday, March 7, 2016
कहीं इतिहास की वस्तु बनकर न रह जाएं कांग्रेस और कम्यूनिस्ट
(सन्दर्भ-जेएनयू प्रकरण)
-तुषार कोठारी
आत्महत्या जैसा कायरताभरा कृत्य करके अपना जीवन समाप्त करने वाले किसी व्यक्ति को अपना आदर्श मानने वाले लोग कैसे हो सकते है? यह देखने के लिए आपको देश की राजधानी नई दिल्ली में बसे जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी के केम्पस में जाना होगा। कहते हैं कि गीदडों का नेता शेर नहीं हो सकता,कोई गीदड ही गीदडों को नेतृत्व दे सकता है। दुनियाभर में अपना अस्तित्व गंवा चुके वामपंथ के बचे खुचे परजीवियों ने जब जेएनयू को अपना गढ बनाया,तो यहां के छात्रसंघ चुनावों का नेतृत्व भी उसी प्रकार का बना,जो साहसिक कृत्य करने में सक्षम ही नहीं है। देश की जनता साहसी नेतृत्व चाहती है,कायर नेतृत्व नहीं।Saturday, February 27, 2016
Country of rising sun Arunachal यात्रा वृत्तान्त -20 उगते सूर्य के प्रदेश में
(अरुणाचल यात्रा 17 जनवरी से 26 जनवरी 2015)
17 नवंबर को तिरुपति से लौटे थे। इसके मात्र दो माह बाद फिर से यात्रा पर। ये यात्रा एयरलाइन्स के सस्ते टिकटों की वजह से हुई। करीब तीन महीने पहले ही हमने दिल्ली से गुवाहाटी की फ्लाइट आने जाने की बुक करवा ली थी। बुकींग छ: लोगों की थी।मैं,दशरथ पाटीदार जी,संतोष त्रिपाठी जी,हिमांशु जोशी,उदित अग्रवाल और सुदीप जैन(बंटी),इस यात्रा में जाने वाले थे। लेकिन अंत में बंटी की यात्रा रद्द हो गई और 17 जनवरी 2015 को हम अरुणाचल के लिए निकल पडे। हमने रतलाम से दिल्ली का रिजर्वेशन कराया,ज्लिी से गुवाहाटी हमारी फ्लाइट थी और गुवाहाटी से हमारा आरक्षण तीनसुकिया तक है।
Tirupati Balaji यात्रा वृत्तान्त-19 तिरुपति बालाजी के दर्शन
अण्डमान निकोबार की यात्रा के अंतिम चरण में तिरुपति बालाजी पंहुचे थे। इससे पहले दक्षिण की यात्रा के दौरान भी आशुतोष की जिद्द के कारण तिरुपति आए थे,लेकिन उस समय मैने दर्शन नहीं किए थे। अण्डमान की यात्रा के दौरान जब तिरुपति पंहुचे थे,तो मैने सोचा था कि यदि आसानी से दर्शन हो सकेंगे तो जरुर करुंगा और दर्शन आसानी से हो गए थे। तिरुपति पंहुचे ही थे,कि एक बडे काम के होने के संकेत मिले और उसी समय तिरुपति से यह प्रार्थना की थी कि यदि काम हो गया तो फौरन तिरुपति आएंगे। जब लौटे तो आखिरकार काम हो ही गया।
Thursday, February 25, 2016
Sunday, February 21, 2016
जेएनयू प्रकरण-न्यायालय बनने की कोशिश में मीडीया और पार्टियां
-तुषार कोठारी
पिछले करीब दो हफ्तों से देश का आम आदमी हैरान है,कि वह जिसे मां मानता रहा है,उस भारत माता को निरन्तर अपमानित किया जा रहा है। आतंकवादियों के हमलों से हैरान देशवासियों के लिए पिछले करीब सात दशकों में यह पहला मौका है,जब मुख्य धारा के कंाग्रेस और कम्यूनिस्ट पार्टियों जैसे राजनीतिक दलों के नेता देशद्रोहियों की पैरवी इतने खुले रुप से करते नजर आ रहे है। इस बात का भी शायद पहला मौका है,जब मीडीया का एक वर्ग देशद्रोही बातों को नजरअंदाज कर देने की सलाहें दे रहा है। यह बात भी हैरान करने वाली है कि न्यायालय के निर्णय का होने से पहले ही कुछ नेता और मीडीया के लोग देशद्रोहिता के मामले में बंद छात्रनेता को दोषमुक्त कर चुके है।Thursday, February 11, 2016
भाजपा को भारी पडेगा दोहरा चरित्र
(सन्दर्भ-धार का भोजशाला प्रकरण)
-तुषार कोठारी
धार की भोजशाला लेकर खडे किए गए विवाद का निराकरण होने में अब कुछ ही घण्टे शेष बचे है। पिछले कुछ दिनों से जारी इस घटनाक्रम के मुख्य चार पक्षों की भूमिका को निरपेक्ष ढंग से देखा जाए,तो कई सारे नए तथ्य उजागर होते नजर आते है। घटनाक्रम दर्शाता है कि कांग्रेस पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाने वाली भाजपा अब पूरी तरह से दोहरे चरित्र को अपना चुकी है। इतना ही नहीं अब भाजपा स्वयं भी छद्म धर्मनिरपेक्षता वादी हो चुकी है।
Sunday, January 31, 2016
Rajasthan Colorfull Journy यात्रा वृत्तान्त-18 रंगीला राजस्थान माता के मन्दिर में फूट नहीं पाए पाकिस्तानी बम
(8 सितम्बर 2014 से 14 सितम्बर 2014)
राजस्थान की यह दूसरी यात्रा रामद्वारा के महन्त श्री गोपालदास जी के आशीर्वाद से हो पाई। हमें महाराज जी के साथ रामधाम सींथल जाना था और सींथल के आचार्य श्री क्षमाराम जी महाराज के दर्शन करना थे। इसी मौके का लाभ लेते हुए मैने तत्काल पूरी राजस्थान यात्रा की योजना बना ली। यह राजस्थान की दूसरी यात्रा थी। पहली बार मैं अपने तीन साथियों कमलेश पाण्डेय,राजेश घोटीकर और अनिम मेहता के साथ मोटर साइकिलों पर सवार होकर आया था। उस समय हमने यूथ होस्टल्स के डेजर्ट सफारी में हिस्सा लिया था और जैसलमेर,बाडमेर,जोधपुर इत्यादि स्थान देखे थे। इस बार भी यही सबकुछ था। यह यात्रा अनन्त चतुर्दशी का गणेश विसर्जन कर प्रारंभ की थी। उसी रात को हम रतलाम से निकले थे।
Friday, January 29, 2016
Wednesday, January 27, 2016
साल में सवा लाख से ज्यादा आत्महत्याएं,बवाल सिर्फ एक पर..?
- तुषार कोठारी
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अयोध्या-3 /रामलला की अद्भुत श्रृंगार आरती
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