(सन्दर्भ-धार का भोजशाला प्रकरण)
-तुषार कोठारी
धार की भोजशाला लेकर खडे किए गए विवाद का निराकरण होने में अब कुछ ही घण्टे शेष बचे है। पिछले कुछ दिनों से जारी इस घटनाक्रम के मुख्य चार पक्षों की भूमिका को निरपेक्ष ढंग से देखा जाए,तो कई सारे नए तथ्य उजागर होते नजर आते है। घटनाक्रम दर्शाता है कि कांग्रेस पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाने वाली भाजपा अब पूरी तरह से दोहरे चरित्र को अपना चुकी है। इतना ही नहीं अब भाजपा स्वयं भी छद्म धर्मनिरपेक्षता वादी हो चुकी है।