29 जून- यानी आज की सुबह हम करीब साढे छ: बजे उठे। देर रात को यह तय हुआ था कि श्रीनगर की लोकल साइट सीइंग यात्रा समिति द्वारा कराई जाएगी। सुबह साढे सात पर नाश्ता करके सुबह आठ बजे बस से निकलना था। हम जल्दी तैयार हुए और पोहे व ब्रेड पडा का नाश्ता करके साढे आठ पर बस में सवार हो गए।
Friday, September 29, 2023
सिन्धु दर्शन यात्रा-6 तोलोलिंग और टाइगर हिल के पास ही है कारगिल वॉर म्यूजियम
28 जून 23 बुधवार
सुबह मुझे लगा था कि इतनी जल्दी कैसे निकल पाएंगे,इसलिए मैं कुछ आराम से उठा था। धीरे धीरे तैयार हो रहा था। पता चला कि सारे सहयात्री सुबह 6.30 पर तैयार होकर नाश्ता करने पंहुच गए। मुझे तैयार होते होते 7.20 हो चुके थे। इस समय तक सारे सहयात्री बस में पंहुच गए थे। मैने झटपट जैसे तैसे दो पुडी खाई और बैग लेकर बस में पंहुच गया। ठीक 8.10 पर बस कारगिल से चल पडी। करीब डेढ घण्टे बाद द्रास में स्थित कारगिल वार म्यूजियम पंहुच गए।
सिन्धु दर्शन यात्रा-5 उस पवित्र सिंधु नदी के दर्शन जहा पनपी सिंधु सभ्यता
25 जून 2023 रविवार
रविवार का दिन सिन्धु दर्शन यात्रा समिति ने सिन्धु पूजन उत्सव के लिए निर्धारित किया था। सिन्धु घाट होटल से करीब 15 मिकी दूर है। यहां ओपन आडिटोरियम बनाया गया है। सिन्धु स्नान भी किया जा सकता था,लेकिन हमारे जाने के वाहन साढे नौ बजे आए,तब तक हमारा स्नान हो चुका था। आज का भोजन भी कार्यक्रम स्थल पर ही था। हम सभी होटल से नाश्ता करके निकले।
सिन्धु दर्शन यात्रा-4 खतरों और परेशानियों के तीन दिन
25 जून 2023 रविवार (रात 00.41)
होटल अशुर रेसीडेन्सी लेह(लद्दाख)
कैलेण्डर की तारीख बदलकर 25 जून हो चुकी है। हमारे इस होटल में हर कोई सौ चुका है। मैं डायरी लिख रहा हूं। पिछली बार मैने डायरी 22 जून को सुबह 3.45 पर लिखी थी। तब से लेकर अभी तक डायरी मेरे पास नहीं थी। पिछले तीन दिनों की घटनाएं बडी ही रोमांचक और विचित्र थी। मजेदार यहां तक कि मेरे पास डायरी भी नहीं थी। आज डायरी मेरे पास आई और मैने लिखना शुरु किया।
सिन्धु दर्शन यात्रा-3 हिमाचल में भी विराजे है बर्फानी अमरनाथ
20 जून 2023 मंगलवार (रात 10.15)
जेसिका होटल मनाली (हिप्र)
इस वक्त हम भोजन करके जेसिका होटल के कमरे में लौट चुके है और सोने की तैयारी में है। कल सुबह 9 बजे हमे निकलना है। कल हम यहां से केलांग जाएंगे और परसो केलांग से लेह जाएंगे। अब बात कल की।
कल शाम करीब 4 बजे हम सैनी धर्मशाला से गूजर धर्मशाला लौट आए थे। हमे कहा गया था कि शाम पांच बजे यात्रा के शुभारंभ का कार्यक्रम होगा। हमने तय किया था,कि 5 नहीं 6 से साढे छ: बजे के बीच सैनी धर्मशाला पंहुचेगे। हम पौने सात बजे अपना लगेज पैक करके गूजर धर्मशाला के कमरे से नीचे उतरे और एक इ रिक्शा पकड कर सैनी धर्मशाला पंहुचे।
सिन्धु दर्शन यात्रा-2 यहाँ आज भी गूंजते है गीता उपदेशक श्रीकृष्ण के स्वर
18 जून 2023 रविवार (प्रात:10.30)
गूजर धर्मशाला कुरुक्षेत्र
इस वक्त मैं स्नान करके तैयार हो चुका हूं।वैदेही अब स्नान करने जा रही है। कल चुनिन्दा सिन्धु दर्शन यात्री यहां पंहुचे थे,लेकिन आज बडी संख्या में यात्री आ चुके है,जो हमारे आस पास के कमरो में ठहरे है। आज हम कुरुक्षेत्र के अन्य दर्शनीय स्थल देखेंगे।
यात्रा वृत्तांत 42 सिन्धु दर्शन यात्रा-1 देश का इकलौता स्थान लेह जहा बहती है पवित्र सिंधु नदी
यात्रा वृत्तांत 42
(हिमाचल,लद्दाख कश्मीर यात्रा) 16 जून 2013 से 03 जुलाई 2023
17 जून 2023 शनिवार (प्रात: 8.25)
खजुराहो कुरुक्षेत्र एक्सप्रेस कोच न. एस-2
हजरत निजामुद्दीन से हम इस ट्रेन में सवार हुए है और ये ट्रेन कुरुक्षेत्र के लिए चल पडी है। हम दोपहर तक कुरुक्षेत्र पंहुचेंगे,जहां से वास्तविक सिन्धु दर्शन यात्रा प्रारंभ होगी। हमारी ये यात्रा कल ही यानी 16 जून को शुरु हो गई थी। बीती रात मैं और वैदेही एकता नगर ह.निजामुद्दीन सुपरफास्ट ट्रेन में सवार हुए थे। ट्रेन आधे घण्टे की देरी से 9.30 पर रतलाम से चली और आज सुबह 6.00 बजे ह.निजामुद्दीन पंहुची थी।
Saturday, June 10, 2023
Friday, March 31, 2023
रतलाम अयोध्या यात्रा-3 / 34 सीढिया चढ़ कर होंगे रामलला के दर्शन
15 जनवरी 2022 रविवार (दोपहर 2.30)
जानकी महल अयोध्या
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इस वक्त जानकी महल के मंच पर गुरुदेव नर्मदानन्द जी की राश्ट्र गौरव पदयात्रा का समापन समारोह अमृत मंथन का कार्यक्रम चल रहा है। आज सुबह से जबर्दस्त ठण्ड है और मंच के सामने लगी कुर्सियों पर बैठने से ठिठुरन हो रही है। इधर बगल में अलाव जल रहा है और मैैं अलाव की गर्मी से खुद को गर्म कर रहा हूं।
Tuesday, March 28, 2023
Monday, March 6, 2023
रतलाम अयोध्या यात्रा-2/ आधी रात तक कार्यक्रम की रुपरेखा बनाने की मशक्कत
14 जनवरी 2022 (रात 11.55) शनिवार
जानकी महल अयोध्या
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तारीख बदलने में अब कुछ ही मिनटों की देर है। मैैं जानकी महल के अपने कमरे में आज तक की न्यूज सुनते हुए आज का घटनाक्रम लिख रहा हूं। घोटीकर जी भी मेरे साथ न्यूज सुन रहे है। हमने अपनी रात की राष्ट्रीय व्यवस्था किसी तरह जुटा ही ली है और इसी वजह से मैैं ये डायरी लिख पा रहा हूं।
Monday, February 20, 2023
यात्रा वृत्तांत 41 रतलाम अयोध्या यात्रा-1 भगवान का बुलावा और 24 घंटो का सफर
14 जनवरी 2022 शनिवार (रात 8.10)
जानकी महल अयोध्या
एक बार फिर अयोध्या में। इस समय अयोध्या में आए हुए 15 घण्टे गुजर चुके है। अयोध्या की ये यात्रा बिलकुल अचानक हुई। वैसे तो कई महीनों पहले इसी समय इसी कार्यक्रम में अयोध्या आने का कार्यक्रम तय था,लेकिन जैसे जैसे अयोध्या यात्रा की तारीख नजदीक आई,यहां आने का मन कम होता गया था और आखिर में यहां आने की योजना पूरी तरह रद्द हो गई थी। लेकिन फिर बिलकुल अंतिम समय पर यहां आना तय हुआ। भगवान श्री राम का बुलावा था,इसलिए आना ही पडा। तो इस यात्रा पर मैैं और राजेश घोटीकर साथ आए हैैं।
Tuesday, October 11, 2022
मणिमहेश यात्रा-7-/मन्दसौर में स्वागत के साथ घर वापसी
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02 सितम्बर 2022 शुक्रवार (रात 11.00)
जयपुर के पास किसी होटल में
इस वक्त राते के ग्यारह बज चुके है। हम लोग आज सुबह निकले तो कुछ देरी हो चुकी थी। हम लोग सुबह दस बजे होटल से निकल पाए थे।
मणि महेश यात्रा-6-/मिनी स्विटजरलैण्ड कहलाने वाले खज्जियार की एक रात...
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..31 अगस्त 2022 बुधवार (गणेश चतुर्थी) रात 9.30
फारेस्ट रेस्ट हाउस,खज्जियार
इस वक्त मैैं भारत के मिनी स्विटजरलैण्ड कहे जाने वाले खज्जियार में सबसे शानदार लोकेशन पर बने फारेस्ट रेस्ट हाउस में रुका हुआ हूं। रात्रि भोजन हो चुका है और अब सोने की तैयारी है।
मणिमहेश यात्रा-5-/ शरीर तोडने वाली यात्रा की समाप्ति के बाद दिखा मणि का चमत्कार.
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30 अगस्त मंगलवार (शाम 8.35)
संजय होटल भरमौर
इस वक्त रात के साढे आठ बज चुके है? हम लोग भरमौर के संजय होटल में भोजन कर चुके है और सोने की तैयारी में है। आशुतोष और प्रकाश बगल के कमरे में सौ चुके है। हमारे कमरे में दशरथ जी गहरी नींद में जा चुके है। डा.राव को अभी नींद नहीं आ रही है। मैैं डायरी के साथ हूं।
मणिमहेश यात्रा-4-बारिश भी बर्फबारी भी,फिर भी हो गए मणिमहेश के दर्शन
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29 अगस्त 2022 सोमवार (शाम 5.55)
डल झील मणि महेश
हम इस वक्त मणि महेश कैलास की डल झील के पास में एक टेण्ट में रुके है। मेरे तीन साथी डा.राव,आशुतोष और प्रकाश खच्चरों पर सवार होकर यहां आए हैैंं। मैैं और दशरथ जी पैदल यहां पंहुचे है।
मणि महेश यात्रा-3 - तेज बारिश की फिसलन और दम निकालने वाली खडी चढाई
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28 अगस्त 2022 रविवार रात 9.54
नाईट कैम्प धन्छो
इस वक्त हम धन्छो में रात गुजारने के लिए रुके है। मेरे सारे साथी सौ चुके है। अब मैैं डायरी के साथ हूं। हमें कल सुबह जल्दी यहां से आगे बढ जाना है। हम पांच में से तीन साथी कल घोडों पर सवार होकर यहां पंहुचे थे। मैैं और दशरथ जी हमने पैदल ही चला तय किया है।
मणि महेश यात्रा-2/ विदेशों जैसे खुबसूरत एक्सप्रेस वे से हिमाचल में प्रवेश
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26 अगस्त 2022 शुक्रवार (रात 11.45)
होटल अवतार पैलेस- जालन्धर पठानकोट रोड
इस वक्त हम जालन्धर से निकल कर पठानकोट के रास्ते में इस अवतार पैलेस होटल में ठहरे हैैं।
आज सुबह आलू पराठे और सब्जी पुडी का नाश्ता करके हम जयपुर से करीब सौ किमी पहले स्थित नीलम होटल से निकले थे। आज दिन भर हमें गाडी में ही चलना था। जयपुर शहर को बाहर छोडते हुए रोहतक होते हुए हरियाणा से गुजरते हुए लुधियाना जालन्धर के रास्ते पर थे। सुबह दबा के नाश्ता किया था। जयपुर से अम्बाला के बीच अब शानदार अम्बाला एक्सप्रेस वे बन चुका है।
यात्रा वृत्तान्त-40/ मणि महेश कैलास यात्रा - जहां मणि करती है महेश की पूजा
हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले की भरमौर तहसील में स्थित है पंचकैलास में एक कैलास मणि महेश। मणिमहेश कैलास चमत्कारिक पर्वत है,जहां न सिर्फ पर्वत पर शिवलिंग और नन्दी इत्यादि स्पष्ट दृष्टिगोचर होते है बल्कि यदि भाग्य हो तो पर्वत की पूजा करती मणि भी दिखाई दे सकती है। मणि महेश पर्वत ही इतना चमत्कारिक है कि यदि भाग्य में ना हो तो पूरा पर्वत ही अदृश्य हो जाता है। मणिमहेश की यात्रा साल में सिर्फ एक बार जन्माष्टमी से राधाष्टमी के बीच होती है। मणिमहेश के दर्शन के लिए डल झील तक जाना अत्यन्त कठिन और दुर्गम है। यह यात्रा हमने 25 अगस्त 2022 से 03 सितम्बर 2022 के बीच की थी।
Sunday, September 11, 2022
लोनावाला पूणे यात्रा-4 जंहा बचपन बीता शिवाजी महाराज का,जंहा कटी शाइस्ता खां की उंगलिया
प्रारम्भ से पढ़ने के लिए क्लिक करे
31 मई 2022 मंगलवार (प्रात: 8.30)
पूणे
इस यात्रा का आज अंतिम दिन है। पिछले तीन दिन मैने और वैदेही ने पूणे में गुजारे है।
29 की सुबह हम मलवली में थे जहां से 10.20 पर पूणे की लोकल थी। कमलेश को उसके भाई निमिल के पास चिंचवड जाना था। हम लोकल में सवार हुए। पूणे आखरी स्टेशन था। हम पूणे दोपहर 12 बजे पंहुचे। यहां सुरक्षा(मनु) के घर पंहुच कर भोजन किया। कुछ वक्त रुक कर शाम को पूणेके हाण्डेवाडी रोड इलाके में डा.रवीन्द्र कोठारी (रवि काका) के घर पंहुचे। वहां दो तीन घण्टे गुजारे। कोठारी घराने का पूरा इतिहास मैने मोबाइल से पीडीएफ फार्मेट में मोबाइल में सेव किया। इसे अब मेरे ब्लाग पर लगाना है।
अयोध्या-3 /रामलला की अद्भुत श्रृंगार आरती
(प्रारम्भ से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे ) 12 मार्च 2024 मंगलवार (रात्रि 9.45) साबरमती एक्सप्रेस कोच न. ए-2-43 अयोध्या की यात्रा अब समाप्...
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-तुषार कोठारी आरक्षण को लेकर मची बवाल पहली बार नहीं है। बिहार चुनाव के पहले भी लालू से लेकर मायावती तक तमाम नेता आरक्षण को खत्म करने की क...
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- तुषार कोठारी इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव द्वारा मस्जिदों में सुबह की अजान के लिए लाउड स्पीकर के उपयोग से हो...
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-तुषार कोठारी दिल्ली में हुए निर्भया काण्ड के बाद पूरे देश में हुए प्रदर्शनों और मीडीया के लगातार हंगामे के बाद जहां सरकार ने बलात्कार सम्...